लेखपाल द्वारा प्रमाण पत्र जारी नहीं करने से नाराज किसान ने तहसीलदार से की शिकायत
कोंच (जालौन) बाबा का खौफ शायद सरकारी कर्मचारियों को छू भी नहीं पाया है और भ्रष्टाचार के सागर में उनका गोते लगाना बदस्तूर जारी है। ऐसा ही एक मामला आया है कोंच तहसील क्षेत्र में जिसमें 61 (ख) प्रमाण पत्र बनाने से लेखपाल ने यह कहते हुए कि वह बिना पैसे के कोई प्रमाण पत्र नहीं बनाते हैं, जब पैसा हो जाए तो बनवा ले जाना, उसका प्रमाण पत्र बनाने से साफ इंकार कर दिया। इस पूरे मामले की शिकायत पीड़ित किसान ने तहसीलदार से करते हुए उसका प्रमाण पत्र जारी कराने और लेखपाल के खिलाफ कठोर कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
ऋषभ पुत्र सुजान पटेल निवासी ग्राम तीतरा खलीलपुर ने तहसीलदार वीरेंद्र गुप्ता को प्रार्थना पत्र देकर बताया है कि उसकी मौजा तीतरा खलीलपुर में गाटा संख्या 110 रकवा 5.269 में वह सह खातेदार है। उसने उक्त आराजी का खसरा 20 फरवरी को बनवाया था जिसके एवज में लेखपाल ने उससे 200 रुपए ले लिए थे। ऋषभ ने बताया, उसे 61 (ख) भूमि प्रमाण पत्र की जरूरत है जिसे बनवाने के लिए वह पुनः लेखपाल के पास गया तो उन्होंने फिर दो सौ रुपए की मांग की लेकिन उसने जब पैसा देने से इंकार किया तो लेखपाल महोदय नाराज हो गए और बोले अब वह उसका 61 (ख) नहीं बनाएंगे।
उसने काफी मिन्नतें की कि उसे 61 (ख) की जरूरत है तो लेखपाल अभद्रता पर उतर आए और बोले, बिना पैसे के वह कोई भूमि प्रमाण पत्र नहीं बनाते हैं, जब पैसे हों तो बनवाने आ जाना। पीड़ित किसान ऋषभ ने तहसीलदार से मांग की है कि लेखपाल महेशचंद्र के खिलाफ विधिक कार्रवाई करते हुए उसका 61 (ख) प्रमाण पत्र जारी कराया जाए।
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