उरई : सुशील नगर में जलभराव और कीचड़ के कारण नर्क जैसे हालात : जिम्मेदार नदारत

भुपेन्द्र सिंह कुशवाहा
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जालौन - उरई शहर में मौसम की पहली बारिश में प्रशासन की व्यवस्थाओं की पोल खोलती हुई नजर आ रही है। इस वर्ष पहली बारिश के बाद सुशील नगर के बाशिंदों का जलभराव ओर कीचड़ के कारण स्थिति बड़ी दयनीय हो गयी है।


आपको बता दें कि बारिश के बाद सुशीलनगर के ज्यादातर रास्तो में कार या बाइक से जा पाना नामुमकिन हो गया है । स्थानीय लोगों को रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करने के लिए जैसे की सब्जी, दूध, दवाई बगैरह लेने के लिए बस्ती से निकलकर बाजार पैदल जाने के लिए भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है।स्थानीय लोगों के मुताबिक यहां पर नेता सिर्फ चुनाव के वक्त आते हैं ।उसके बाद यहां पर कोई देखने भी नहीं आता हम यहां पर किस हालात में जी रहे हैं। उरई विकास प्राधिकरण द्वारा नगर में लोगों को नए निर्माण की मंजूरी देने और नक्शा पास करने का कार्य बदस्तूर जारी है । फिर भी नगर निगम के द्वारा लोगों को प्राथमिक सुविधाएं जैसे कि पक्की सड़कें,विधुत पॉल, पक्की नालियां, प्रतिदिन साफ सफाई की व्यवस्था दूर दूर तक नजर नहीं आ रही ।


सुशील नगर में, जानकी पैलेस के पीछे, हनुमान बगिया के पास ,पिए मवई रोड पर कई गृह स्वामियों की हालात इतने बुरे हैं कि हैं कि उन मकान में गृह स्वामीओ को अपने भवन में जाने के लिए तकरीबन 1या 2 फुट गंदे बदबूदार पानी से होकर गुजरना पड़ता है तब कहीं जाकर वह अपने भवन तक पहुंच पाते हैं। इन ग्रह स्वामियों को यदि रात में किसी चिकित्सा की आवश्यकता पड़ती है तो फिर हालात क्या होंगे आप अंदाजा लगा सकते हैं । जलभराव की समस्या का मुख्य कारण यह है कि ना तो यहां पर पक्की नालियां बनी है ना जल निकासी के लिए अभी तक कोई नाले की व्यवस्था की गई है ।


 यदि प्रशासन ने समय रहते इस जलभराव को रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम नहीं किए तो जलभराव के कारण मच्छरों का उपद्रव अत्याधिक बढ़ेगा और उससे कई प्रकार की बीमारियां भी फैल सकती हैं। मौजूदा प्रशासन इस खबर के प्रकाश में आने के बाद स्थानीय लोगों की समस्या हल करने के लिए क्या गंभीर कदम उठाता है तो सिर्फ आने वाला वक्त ही बताएगा।

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