Bundelkhand Expressway: सिर्फ कुछ घंटे की बारिश से धंस गई बुंदेलखंड एक्‍सप्रेस वे की सड़क, मोदी-योगी ने किया था शुभारंभ

भुपेन्द्र सिंह कुशवाहा
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नई दिल्ली - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते 16 जुलाई को जालौन के कैथेरी से उत्तर प्रदेश को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway) की सौगात दी थी। शुभारंभ के पहले हफ्ते में ही एक्सप्रेसवे की सड़क धंस गई है। सड़क पर करीब दो फीट गहरा गड्ढा हो गया, जिसमें बुधवार को एक कार फंसकर क्षतिग्रस्त हो गई। क्षतिग्रस्त सड़क का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। इसके बाद आनन-फानन मरम्मत के लिए जेसीबी मशीन पहुंची है। इस घटना से हड़कंप मचने के बाद अधिकारियों ने जांच के आदेश दे दिए हैं। सोशल मीडिया पर लोग एक्‍सप्रेस वे की गुणवत्‍ता पर भी सवाल उठा रहे हैं।

Bundelkhand Expressway
Bundelkhand Expressway

उद्धघाटन के महज 5 दिन बाद जालौन तहसील क्षेत्र के छिरिया सलेमपुर के पास बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे की सड़क धंस गई। पिछले 5 दिनों में इस एक्सप्रेस-वे पर 4 मौतें भी हो चुकी है। वहीं, बुधवार रात एक कार और बाइक भी दुर्घटनाग्रस्त हुई है। इसका वीडियो बनाकर लोगों ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इसके बाद यूपीडा के अधिकारियों व प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया और जालौन डीएम ने यूपीडा के अधिकारी को जानकारी देते हुए जांच के आदेश भी दिए हैं।

लोगों ने गुणवत्ता पर उठाए सवाल: देर रात एक्सप्रेस-वे की सड़क धंसने के बाद सोशल मीडिया पर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया। इसके बाद तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आने लगीं। लोगों का कहना है कि सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन खुद देश के प्रधानमंत्री ने किया लेकिन करोड़ों रुपए भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए। इससे यह साफ जाहिर होता है कि एक्सप्रेस-वे में मानक विहीन व घटिया क्वालिटी के सामान का प्रयोग किया गया है।

जानकारी के मुताबिक बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे मात्र 28 महीने में बनकर तैयार हुआ है। यूपी सरकार के मुताबिक, कार्यदायी संस्था ने समय से पहले काम पूरा होने पर सरकार के करीब 1132 करोड़ भी बचाए हैं। अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी खुद इसकी लगातार मॉनिटरिंग कर रहे थे। लेकिन बीती रात बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की सड़क धंस जाने के बाद अधिकारी परेशान दिखाई दिए। क्षतिग्रस्त सड़क की मरम्मत के लिए जेसीबी मशीन पहुंचाई गई। वहीं, डीएम चांदनी सिंह ने बताया कि यूपीडा के अधिकारी को इसकी जानकारी दे दी गई है। मामले की जांच करा रहे हैं। महज 5 दिन सड़क 10 जाने का मामला सामने आने से विपक्ष सत्ता पक्ष पर हमलावर हो गया है। सत्तापक्ष को घेरने के लिए बैठे-बिठाए एक मुद्दा मिल गया है ।

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