रिपोर्ट :- रामनरेश ओझा
विशाखापट्टनम से लाया जा रहा था गांजा
प्रेस वार्ता के दौरान पुलिस के आला अधिकारियों ने बताया कि सूचना मिली थी कि विशाखापट्टनम से झारखंड के ट्रक में 10 कुंतल गांजा यूपी में लाया जा रहा है । लेकिन उनकी गाड़ी एमपी के शिवपुरी में पकड़ी गई लेकिन जो मुख्य गांजा तस्कर थे वह अपनी अर्टिगा गाड़ी से फरार होने में सफल रहे जब यह सूचना मिली तो हरीपर्वत थाना पुलिस एक्टिव हुई और इन तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया।
तस्करों की सूचना पर गश्त कर रही पुलिस हुई एक्टिव
थाना क्षेत्र में गश्त कर रही पुलिस टीम जेल रोड खंदारी चौराहे पर पहुंची जहां मुखबीर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि एक अवैध नशीली पदार्थ गांजा की बड़े स्तर पर तस्करी करने वाला गिरोह अभी थोड़ी देर में एक गाड़ी में बड़ी खेप लेकर NS2 से मथुरा की तरफ जाने वाली है। उपयुक्त सूचना पर तत्काल पुलिस टीम द्वारा कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम टीपी नगर आईएसबीटी कट के आगे पहुंच की और बैरियर लगाकर चेकिंग करने लगी कुछ समय बाद एक गाड़ी आती हुई दिखाई दी पुलिस टीम द्वारा रोकने का इशारा करने पर कार सवार व्यक्ति शक पका गए और मोड़ कर भागने का प्रयास करने लगे। पुलिस टीम द्वारा तत्काल चारों ओर से घेरकर कार सवार चार व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया गाड़ी की तलाशी एवं अभियुक्त गणों के कब्जे से गांजा बरामद हुआ।
28 किलो गांजा के साथ अन्य वस्तुएं भी की बरामद:
थाना पुलिस ने चारों अभियुक्तों से लगभग 28 किलो गांजा एक आर्टिका गाड़ी, 65 00 रुपये एक अर्तिका कार टेबलेट आदि सामान बरामद किया। थाना पुलिस में एनटीपीसी में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है और चारों को जेल भेज दिया है।
गिरफ्तार अभियुक्त:
लवहंतल पुत्र देबू हंतल निवासी उड़ीसा
रितेश कुमार , प्रधान पुत्र प्रमोद कुमार ,प्रधान निवासी उड़ीसा ,रमेश कुमार यादव पुत्र रामकुमार यादव निवासी बलिया,राजेश यादव पुत्र रमाशंकर यादव निवासी बलिया।
पुलिस के आला अधिकारियों का कहना है कि लोकेश कुमार प्रधान पहले भी उड़ीसा में गांजा तस्करी में पकड़ा जा चुका है। इसका अपराधिक इतिहास भी है अन्य लोगों का अपराधिक इतिहास खंगालने का प्रयास किया जा रहा है । जिससे इनके ऊपर और भी कड़ी कार्रवाई की जा सके।
तस्करों से मिली डायरी खोलेगी कई राज
पुलिस के आला अधिकारियों का कहना है कि अभियुक्तों के पास से एक डायरी बरामद हुई है इस डायरी में यह माल कहां से लेते हैं किन लोगों को देते हैं और कैसे माल को सप्लाई किया जाता है यह सब लिखा हुआ है इस डायरी को भी केस में शामिल किया जाएगा और इसके माध्यम से अभियुक्त तक पहुंचने का प्रयास किया जाएगा।
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