मेरी ईश्वर से प्रार्थना है यह नववर्ष आप सभी के जीवन में खुशियां और समृद्धि लेकर आए।
विवेक जैन, बागपत, उत्तर प्रदेश
नव वर्ष नवीनता, उत्साह और आनंद का प्रतीक है। इसे नव संवत्सर, न्यू ईयर, नवरोज आदि के नाम से भी जाना जाता है।जनवरी से दिसंबर महीने तक जो कैलेंडर वर्तमान में विश्व के अधिकांश देशों में प्रचलित है उसको ग्रेगोरियन कैलेंडर कहते हैं। भारतीय लोग इस कैलेंडर को अंग्रेजी कैलेंडर के नाम से जानते हैं।
इसे पोप ग्रेगोरी (Pope Gregory XIII) ने लागू किया था। इस कैलेंडर में समय-समय पर अनेकों संशोधन किए गए और वर्तमान का मौजूदा कैलेंडर आपके सामने प्रस्तुत हुआ।
कैलेंडर को कालदर्शक या तिथिपत्रक भी कहा जाता हैं।
पूरी दुनिया में काल गणना का दो ही आधार है- सौर चक्र और चंद्र चक्र. सौर चक्र के अनुसार पृथ्वी को सूर्य की एक परिक्रमा करने में 365 दिन और लगभग छह घंटे लगते हैं. इस तरह गणना की जाए तो सौर वर्ष पर आधारित कैलेंडर में साल में 365 दिन होते हैं जबकि चंद्र वर्ष पर आधारित कैलेंडरों में साल में 354 दिन होते हैं।
1582 में कैथोलिक देश ग्रेगोरियन कैलेंडर से परिचित हुए। 1752 में ब्रिटेन और अमेरिका समेत सभी उपनिवेशो में ग्रेगोरियन कैलेंडर अपनाया गया । 1873 में जापान नें ग्रेगोरियन कैलेंडर अपनाया। 1949 चीन नें ग्रेगोरियन कैलेंडर अपनाया।
Lवर्तमान में विश्वभर में अनेकों कैलेंडर प्रचलित हैं और उनसभी के द्वारा दी गयी जानकारियां भी काफी सटीक होती हैं।
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