जालौन - उरई में बारिश के बाद सुशील नगर के बाशिंदों का जलभराव ओर कीचड़ के कारण स्थिति बड़ी दयनीय हो गयी है।
आप इस रास्ते से कैसे निकलेंगे ?
आपको बता दें कि बारिश के बाद सुशीलनगर के ज्यादातर रास्तो में कार या बाइक से जा पाना नामुमकिन हो गया है । स्थानीय लोगों को रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करने के लिए जैसे की सब्जी, दूध, दवाई बगैरह लेने के लिए बस्ती से निकलकर बाजार पैदल जाने के लिए भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है । कुछ स्थानीय लोगों ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि यहां पर नेता सिर्फ चुनाव के वक्त आते हैं उसके बाद यहां पर कोई देखने भी नहीं आता हम यहां पर किस हालात में जी रहे हैं। विकास उरई विकास प्राधिकरण द्वारा नगर में लोगों को नए निर्माण की मंजूरी देने और नक्शा पास करने का कार्य बदस्तूर जारी है । फिर भी नगर निगम के द्वारा लोगों को प्राथमिक सुविधाएं जैसे कि पक्की सड़कें,विधुत पॉल, पक्की नालियां, प्रतिदिन साफ सफाई की व्यवस्था अभी तक मुहैया नहीं कराई गई । कुछ लोगों ने आरोप लगाते हुए बताया कि जिन गलियों में किसी व्यक्ति का बड़े राजनीतिक व्यक्ति से संपर्क है उन गलियों में यह सभी सुविधाएं तत्काल उपलब्ध करा दी जाती हैं। बाकी की गलियों में अधिकारी आते हैं गलियों को नापते हैं एस्टीमेट बनाने की बात कहते हैं और फिर बजट आने पर निर्माण कार्य किया जाएगा यह कह कर पल्ला झाड़ देते है ।
सुशील नगर में कई गृह स्वामियों की हालात इतने बुरे हैं कि हैं कि उन मकान में गृह स्वामीओ को अपने भवन में जाने के लिए तकरीबन 1या 2 फुट पानी से होकर गुजरना पड़ता है तब कहीं जाकर वह अपने भवन तक पहुंच पाते हैं। इन ग्रह स्वामियों को यदि रात में किसी चिकित्सा की आवश्यकता पड़ती है तो फिर हालात क्या होंगे आप अंदाजा लगा सकते हैं । जलभराव की समस्या का मुख्य कारण यह है कि ना तो यहां पर पक्की नालियां बनी है ना जल निकासी के लिए अभी तक कोई नाले की व्यवस्था की गई है । यदि प्रशासन ने समय रहते इस जलभराव को रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम नहीं किए तो जलभराव के कारण मच्छरों का उपद्रव अत्याधिक बढ़ेगा और उससे कई प्रकार की बीमारियां भी फैल सकती हैं।
कीचड़ में फंसी बाइक को निकालने के लिए जद्दोजहद करता बाइक चालक |
उरई मुख्यालय के यह हालत यह तो जालौन जिले के अन्य सभी तहसील ओर गांवो के हालात क्या होगे यह सोचने का विषय है । यह बात हम इस लिए कह रहे है कि जिला अधिकारी के कार्यालय से सुशील नगर महज चंद मिनिट की दूरी पर ही मौजूद है ।
उपरोक्त तस्वीरें देखने के बाद आप अंदाजा लगा सकते हैं कि हालात कितने बिगड़ चुके हैं । अब देखना यह रहेगा कि प्रशासन इस खबर के बाद क्या कोई एक्शन लेता है या नहीं यह तो आने वाला वक़्त ही बताएगा ।






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