U.P के जालौन में यमुना का दिखा रौद्र रूप 24 गांव हुए जल मग्न , प्रशासन ने जारी किया अलर्ट

भुपेन्द्र सिंह कुशवाहा
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 भूपेन्द्र सिंह कुशवाहा की रिपोर्ट

जालौन - के माधौगढ़ ब्लाक में पिछले कई दिनों से हो रही बारिश और कोटा बैराज से छोड़े गए पानी के कारण यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। जलस्तर तेजी से बढ़ने के कारण जालौन जिले के निचले क्षेत्र के 24 गांव के रास्तों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है एसडीएम सालिकराम, तहसीलदार प्रेम नारायण प्रजापति ने मौके का निरीक्षण किया ।


जलभराव की स्थिति को देखते ही तहसील प्रशासन ने निचले क्षेत्रों में रह रहे लोगों को जल्द से जल्द अपनी जरूरी सामग्री लेकर जगह छोड़ने के आदेश दिए हैं। कोटा बैराज से छोड़े गए पानी से यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है। साथ ही सिंध, कावेरी पहुज नदी का पानी यमुना मैं आने से पानी में ठहराव सा हो गया है । जिससे निम्न गांव जैसे कि मिर्जापुर ,चंदनपुरा ,डीकौली, कदमपुरा निनावली, सहित दो दर्जन कि गांव के लोग चिंतित है । प्रशासन ने हालात की गंभीरता को समझते हुए 6 नाव के साथ 12 लेखपालों के तैनात कर दिया है ।



तहसीलदार प्रेम नारायण प्रजापति के मुताबिक यमुना नदी का जलस्तर 1 घंटे में आधा फुट यानी कि 6 इंच के आसपास बढ़ रहा है । अगर इसी तरह से पानी में बढ़ोतरी होती रही थी आने वाले वक्त में परिस्थितियां और भी भयानक हो सकते है । हम यहां आपको रामपुरा क्षेत्र के गांव बिलोड़ की तस्वीर आपके साथ संज्ञा कर रहे हैं इस तस्वीर को देखकर आप सब अनुमान लगा सकते हैं कि परिस्थितियां कितनी भयावह है । इस तस्वीर में तीन व्यक्ति गांव में मौजूद प्राथमिक विद्यालय की छत पर जलस्तर कम होने का इंतजार कर रहे हैं । 



इस अतिवृष्टि के कारण अनेक लोग खुले मैदान में प्लास्टिक लगाकर अथवा टीन शेड में रहने को मजबूर हैं। ग्राम प्रधान प्रज्ञादीप गौतम ने बुधवार को जगम्मनपुर गांव में बारिश से गिर हुए घरों को देखा व पीड़ितों को मदद का भरोसा दिलाया। रोजगार सेवक बृजेश कुमार को निर्देशित किया कि सभी पीड़ितों की सूची बनाकर उनके फोटो समेत प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत कराया जाए ताकि उन्हें आर्थिक मदद मिल सके ।
 

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