रात के वक्त ट्रेन में लैपटॉप और मोबाइल नहीं कर पाएंगे चार्ज : जानिए क्यों

भुपेन्द्र सिंह कुशवाहा
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हमारे देश का सबसे बड़ा ट्रांसपोर्ट कहां जाने वाला भारतीय रेलवे बहुत जल्द ऐसा फैसला लेने जा रहा है ,जिसकी वजह से प्रतिदिन करोड़ों की संख्या में रेल यात्रा करने वाले यात्रियों को तगड़ा झटका लग सकता है। दरअसल सूत्रों के द्वारा प्राप्त हो रही जानकारी के मुताबिक रेलवे दिशा निर्देश जारी कर सकता है ।जिसके तहत रात के समय रेल में यात्रा करने वाले यात्रियों को मोबाइल फोन और लैपटॉप चार्जिंग करने की अनुमति नहीं होगी। रेलवे के मुताबिक कुछ कुछ ट्रेनों में आग लगने की घटनाएं सामने आने के बाद रेलवे प्रशासन यह सख्त कदम उठाने के लिए मजबूर है।


कितनी देर बंद रहेंगे चार्जिंग पॉइंट ?

रेलवे की सीनियर अधिकारियों के मुताबिक रात में ट्रेनों में मोबाइल चार्ज करने की सुविधा को बंद करने के फैसले को यात्रियों की सुरक्षा से जुड़ा हुआ फैसला बताया जा रहा है। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दावा किया कि रात की 11:00 बजे से सुबह 5:00 बजे तक मोबाइल फोन लैपटॉप टेबलेट और अन्य उपकरण चार्ज करने वाले बोर्डो को बंद रखा जाएगा ।


किन ट्रेनों में आग की घटना हुई है ?

आपको बता दें कि देहरादून जाने वाली शताब्दी एक्सप्रेस के एक कोच में 13 मार्च को शार्ट सर्किट के चलते भीषण आग लग गई। इस घटना के कुछ दिनों बाद रांची स्टेशन पर मालगाड़ी के इंजन में आग लगने की घटना प्रकाश में आई थी। इन दोनों घटनाओं को ध्यान में रखते हुए रेलवे के द्वारा सुरक्षा उपायों पर हुई समीक्षा बैठक के बाद रेलवे द्वारा जारी बयान के अनुसार मंत्री ने कहा कि रेलवे सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित कर रही है। और किसी भी वजह से उसे दरकिनार नहीं किया जा सकता ।

धूम्रपान करने वालों के लिए क्या सजा है ?

इसके अलावा रेलवे में प्रतिबंधित धूम्रपान नियमों को भी अत्याधिक सख्ती से पालन कराने के लिए विचार किया जा रहा है। माना जा रहा है कि आग लगने की घटनाओं के पीछे एक मुख्य वजह यह भी हो सकती है । ट्रेनों में ज्वलनशील वस्तुओं को ले जाना रेलवे अधिनियम की धारा 164 के तहत दंडनीय अपराध है और अपराधी को 3 साल तक कारावास या ₹1000 या फिर दोनों का जुर्माना हो सकता है वहीं धारा 165 के तहत ₹500 भी बतौर जुर्माना देना पड़ सकता।


रेलवे के द्वारा जारी बयान में यह भी कहा गया है कि आग की घटनाओं के खिलाफ बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में रेलवे उपयोगकर्ताओं एवं कर्मचारियों सभी के हितों को ध्यान में रखते हुए 7 दिनों का गहन जागरूकता अभियान शुरू किया जाएगा । जिसके तहत आग लगने वाली घटनाओं को कम किया जा सके और लोगों के जानमाल की रक्षा भी की जा सके ।

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