बस्ती ( गौर ) - तहसील हर्रैया के अन्तर्गत विकासखण्ड गौर के ग्राम पंचायत इटबहरा समेत अन्य कई ग्राम पंचायतों में तैनात हल्का लेखपाल प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव के खिलाफ ग्रामीणों ने लगभग सैकड़ों शिकायत किया गया है लेकिन आज तक हल्का लेखपाल प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है ।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार हल्का लेखपाल प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव के दबंगई से ग्रामीणों में आक्रोश है । हल्का लेखपाल के द्वारा आय , जाति , निवास , वसीयत आदि प्रमाण पत्रों पर रिपोर्ट लगाने के नाम पर रिश्वत की मांग की जाती है और मुंह मांगी रिश्वत न मिलने पर प्रमाण पत्रों पर मनचाहा / गलत / फर्जी रिपोर्ट लगाकर ग्रामीणों का उत्पीड़न किया जा रहा है ।
हल्का लेखपाल के द्वारा मनचाहा / गलत / फर्जी रिपोर्ट लगाने से पात्र गरीब / असहाय परिवारों को सरकारी योजना का लाभ नही मिल पा रहा है और पात्र गरीब / असहाय परिवार सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए दर - दर भटक रहे हैं । हल्का लेखपाल प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव का घूस लेते हुए / घूस मांगते हुए वीडियों सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था और कई सम्मानित समाचार पत्रों में प्रमुखता से खबर प्रकाशित हुआ था लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों की समस्याओं को गंभीरता से नहीं लिया बल्कि जांच एवं कार्रवाई के नाम पर लीपापोती करके मामले को निपटा दिया जा रहा है ।
जहां एक तरफ प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश का ढिढोंरा पीटती है वहीं गौर ब्लाक के इटबहरा समेत अन्य कई ग्राम पंचायतों में तैनात हल्का लेखपाल प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव के खिलाफ ग्रामीणों ने लगभग सैकड़ों शिकायत तहसील से लेकर प्रदेश तक किया गया लेकिन सैकड़ों शिकायतों को पचा लेना प्रदेश सरकार के भ्रष्टाचार मुक्त दावे पर बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है कि अब ग्रामीण कहां शिकायत करे जब एसडीएम , डीएम , मुख्यमंत्री , थाना दिवस , सम्पूर्ण समाधान दिवस समेत अन्य जिम्मेदार अधिकारियों से शिकायत कर चुके है ।
इस प्रकार स्पष्ट है कि हल्का लेखपाल प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव का तहसील से लेकर प्रदेश तक दबंगई कायम है । हल्का लेखपाल के आगे शासन - प्रशासन फेल है । दबंग हल्का लेखपाल के आगे मायूस होकर कई ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधानों समेत अन्य ग्रामीणों ने पुनः तेज तर्रार जिलाधिकारी आंद्रा वामसी को रजिस्ट्री डाक के माध्यम से शिकायत किया है और दबंग हल्का लेखपाल प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की मांग किया है । अब देखना यह है कि दबंग हल्का लेखपाल प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव द्वारा उत्पीड़ित ग्रामीणों को न्याय मिल पाता है या ग्रामीणों को न्याय के लिए और दर - दर की ठोकरें खाना पड़ेगा ।
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