युवक ने फांसी लगाकर दुनिया से कहा अलविदा , पोस्टमार्टम के दौरान डॉक्टर ने निकाली आंखें मचा हाहाकार:देखे वीडियो

भुपेन्द्र सिंह कुशवाहा
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जालौन
-(उरई )मिल रही जानकारी के मुताबिक समग्र मामला उरई कोतवाली क्षेत्र के इंदिरा नगर का है। यहा रहने वाले विनय रायकवार 21 अप्रैल को उरई कोतवाली के मंडी चौकी प्रभारी अभिषेक कुमार द्वारा 3/25 आर्म्स एक्ट में जेल भेज दिया था। जिसके बाद उसकी मां गुड्डन ने जैसे तैसे करके अपनी बेटे विनय को जमानत पर छुड़ाया था। जमानत पर छूटने के बाद जब वह घर पर रह रहा था। उसी दौरान मंडी चौकी प्रभारी अभिषेक द्वारा लगातार घर आकर परेशान किया जाने लगा, साथ ही उसे फिर से मुकदमे में फंसाकर जेल भेजने की धमकी दी जाने लगी। जिससे आहत होकर विनय ने शुक्रवार की रात में घर पर फांसी लगाकर जान दे दी। इसके बारे में उसकी मां तथा दो बहनों को सुबह पता चला जिसके बाद घर में कोहराम मच गया। घटना की जानकारी जैसे ही उरई कोतवाली पुलिस को हुयी तो पुलिस के हाथ पैर फूल गए और उन्होंने तत्काल आनन-फानन में घटनास्थल पर जाकर युवक के शव को कब्जे में लेकर तत्काल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वही मृतक की मां गुड्डन ने उरई एसपी ऑफिस पहुंचकर धरना देते हुये अधिकारियों को इस मामले में शिकायती पत्र दिया। जहां मां का आरोप है कि मंडी चौकी प्रभारी अभिषेक ने उसके लड़के को झूठा तमंचा लगाकर जेल भेज दिया। जब उसको जमानत पर लेकर आये तो मंडी चौकी प्रभारी आये दिन घर पर आकर लगातार प्रताड़ित करने लगे, जिस से आहत होकर उसने फांसी लगाकर जान दे दी।  

पोस्टमार्टम रूम में युवक की निकाली गई आंखें

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वही इस घटना में एक नया मोड़ तक आया जब पोस्टमार्टम होने के पहले मृतक युवक के परिजनों को बॉडी दिखाई गयी तो परिजन युवक की बॉडी देख आग बबूला हो गये। क्योंकि युवक के शव से दोनो आंखे गायब थी। युवक के शव में आंखे न देख परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया और हंगामा करने लगे। इस घटना से आहत हुए परिजनों ने सड़क पर जाम लगाते हुए जिला अस्पताल मुर्दाबाद के नारे लगाए साथ ही डॉक्टरों पर आंखे निकालने का आरोप लगाते हुये कार्यवाही की मांग पर अड़ गये। वही जाम की सूचना पर भारी पुलिस बल के साथ सीओ सिटी मौके पर पहुँचे और उन्होंने जाँच कर कार्यवाही का भरोसा देते हुये जाम खुलवाया।

  अपर पुलिस अधीक्षक ने क्या कहा ?

इस घटना के बारे में जालौन के अपर पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह का कहना है कि 21 अप्रैल को विनय रायकवार उर्फ महाकाल को झांसी रोड पर एक तमंचा, तीन कारतूस के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जिसके बाद वह छूट कर आया तो उसने फांसी लगाकर जान दे दी। उन्होंने बताया कि परिजनों के द्वारा पुलिस प्रताड़ना का आरोप लगाया जा रहा है। जिसकी जांच उन्होंने उरई सीओ संतोष कुमार को दी है। जांच करने के बाद में जो सामने आएगा उस आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
   

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