ऐसा करने वाले लोग कोरोना संक्रमण व उससे होने वाली मौतो की गलत या भ्रामक पोस्ट अपलोड करके लोगों के मन में भय का माहौल बनाने की कोशिश कर रहे है। प्रशासन ने ऐसे लोगों पर नकेल कसने के लिए कमर कस ली है। ऐसे असामाजिक तत्वों को प्रशासन ने अब दंडित करने का मन बना लिया है। हालांकि अधिकारीओ ने इस बारे में कुछ भी बताने से परहेज बरता है। माना जा रहा है कि भ्रामक पोस्ट से अफवाह फैलाने वाले लोग कोरोना के खिलाफ जारी जंग में सबसे बड़ी बाधा हैं।
सूत्रों के मुताबिक शीर्ष स्तर पर अफसर जिले की हर गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं। जिले के हर प्रखंडों में स्वास्थ्य गतिविधियों की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। होम आइसोलेशन से लेकर डेडिकेटेड वार्ड में इलाजरत कोरोना मरीजों को बेहतर सुविधा मुहैया कराने को लेकर कोशिश की जा रही है। पंचायत स्तर से लेकर गांव के स्कूलों तक मेडिकल टीम पंहुची है और जांच तथा टीकाकरण किया जा रहा है।
जब माहौल ठीक होने लगा तो कुछ लोग भ्रामक पोस्ट डालकर माहौल को गलत दिशा में मोड़ने व आमजन को भरमाने में लगे हैं। ऐसे लोगों को चिन्हित किया जा रहा है, जिनके खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करने की तैयारी है.
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