पटना के करीब तारेगना स्टेशन पर उपद्रव के बाद मसौढ़ी के अंचल अधिकारी के बयान पर मसौढी थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। तीन कोचिंग पैराडाइज, आदर्श, बीडीएस के संचालकों सहित 70 नामजद और 500 अज्ञात लोग शामिल है। मसौढ़ी के ASP के अनुसार उपद्रवियों को गिरफ्तार करने के लिए रात में कई जगहों पर लगातार छापेमारी की जा रही है।
पटना के डीएम ने कहा व्हाट्सएप चैट की जांच करेंगे
पटना में बवाल के बाद पटना के जिला अधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने मीडिया से वार्ता करते हुए कहा कि मसौढ़ी मामले में 6-7 जिन संस्थानों की भूमिका सामने आ रही है । पुलिस केस की जांच कर रही हमें जानकारी मिली है कि व्हाट्सएप ग्रुप में मैसेज कर लोगों को भड़काया गया । जांच के बाद दोषी पाए जाने पर दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अनुमान के मुताबिक बिहार में करीब 4000 कोचिंग संस्थान हैं जिनमें सबसे ज्यादा बिहार की राजधानी स्थित है। वही इन संस्थानों का सालाना कारोबार तकरीबन 500 करोड रुपए के आसपास है।
कोचिंग से छुट्टी के बाद ही क्यों हुआ बबाल
बिहार के पटना मसौढ़ी में तारगेना स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों ने जमकर तोड़फोड़ की पार्किंग में खड़ी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। साथ ही पुलिस बल पर पथराव किया, बचाव में पुलिस ने 100 से ज्यादा राउंड गोलियां चलाई।
तेलंगाना सिकंदराबाद में हिंसा मामले में जांच कर रही पुलिस ने एक कोचिंग संचालक सुब्बाराव को गिरफ्तार किया है । सुब्बाराव आर्मी के जवान रहे हैं और आंध्र प्रदेश तेलंगाना में करीब 8 कोचिंग संस्थान के मालिक हैं । पुलिस के मुताबिक सुब्बाराव ने हकीमपेट आर्मी सोल्जर्स नाम का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया था ,जिसमें लोगों को प्रदर्शन करने के लिए बुलाया गया ।इसी के चलते हिंसा को बढ़ावा मिला और प्रदर्शनकारी उग्र हो गए जिसके चलते सिर्फ बिहार में 700 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है। आपको बताते चलें कि अब तक 4 दिन में ट्रेन की 60 बोगियों के साथ 11 इंजन को आग के हवाले कर दिया गया है इसके अलावा 20 से अधिक जगह रेल की संपत्ति और 1 दर्जन से अधिक गाड़ियां पटना राज्य के 15 जिलों मैं संपत्ति को जलाया गया है।
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